THE SINGLE BEST STRATEGY TO USE FOR HANUMAN CHALISA

The Single Best Strategy To Use For hanuman chalisa

The Single Best Strategy To Use For hanuman chalisa

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युग सहस्त्र जोजन पर भानु का अर्थ क्या है? हनुमान चालीसा में सूर्य की दूरी और वैज्ञानिक तथ्यों का रहस्य

चिन्टू सेवक द्वारा गाया हनुमान चालीसा

व्याख्या – जो मन से सोचते हैं वही वाणी से बोलते हैं तथा वही कर्म करते हैं ऐसे महात्मागण को हनुमान जी संकट से छुड़ाते हैं। जो मन में कुछ सोचते हैं, वाणी से कुछ दूसरी बात बोलते हैं तथा कर्म कुछ और करते हैं, वे दुरात्मा हैं। वे संकट से नहीं छूटते।

is, devoid of question, the preferred Hindu devotional hymn and One of the more powerful prayers and meditations of humanity. It truly is commonly believed that chanting the Chalisa invokes Hanuman’s divine intervention amidst grave issues and troubles.

व्याख्या – मैं अपने को देही न मानकर देह मान बैठा हूँ, इस कारण बुद्धिहीन हूँ और पाँचों प्रकार के क्लेश (अविद्या, अस्मिता, राग, द्वेष एवं अभिनिवेश) तथा षड्विकारों (काम, क्रोध, लोभ, मोह, मद, मत्सर) से संतप्त हूँ; अतः आप जैसे सामर्थ्यवान् ‘अतुलितबलधामम्‘ ‘ज्ञानिनामग्रगण्यम्‘ से बल, बुद्धि एवं विद्या की याचना करता हूँ तथा समस्त क्लेशों एवं विकारों से मुक्ति पाना चाहता हूँ।

सुमिर चित्रगुप्त ईश को, सतत नवाऊ शीश। ब्रह्मा विष्णु महेश सह, रिनिहा भए जगदीश॥

The many benefits of chanting (reading through or reciting) Hanuman Chalisa lines is considered to draw in Shri Hanuman Ji’s grace – invoking his divine intervention to remove dread and remedy significant troubles in day-to-day, material and spiritual lifetime.

To make you realize Every single line on the Hanuman Chalisa, we provide hanuman chalisa the indicating of each and every stanza of your Hanuman Chalisa introduced in the desk down below.

आजा कलयुग में लेके अवतार ओ गोविन्द: भजन

भावार्थ– हे हनुमान् स्वामिन् ! आपकी जय हो ! जय हो !! जय हो !!! आप श्री गुरुदेव की भाँति मेरे ऊपर कृपा कीजिये।

सुगम अनुग्रह तुह्मरे तेते ॥२०॥ राम दुआरे तुम रखवारे ।

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भावार्थ — हे हनुमान जी ! आपके पास कोई किसी प्रकार का भी मनोरथ [ धन, पुत्र, यश आदि की कामना] लेकर आता है, (उसकी) वह कामना पूरी होती है। इसके साथ ही ‘अमित जीवन फल’ अर्थात् भक्ति भी उसे प्राप्त होती है।

He whoever recites this hundred moments, his chains of Bondage will be Slice, Wonderful joy will probably be his.

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